हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , पुस्तक, (अखलाकी शब्द उसुले काफी सें)
स्वर्गीय अयातुल्लाह अली मिशकिनी एक लेखक हैं, जिन्होंने विभिन्न नैतिक मुद्दों के बारे में सुंदर और उपयोगी बिंदु प्रस्तुत किए हैं, जिनमें से कुछ हौज़ा न्यूज़, पेंश कर रहा हैं:
(अपना हिसाब करना)
1) हज़रत इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम ने फरमाया: वह हम में से नहीं है जो अपने दैनिक जीवन का हिसाब ना रखता हो,
यदि उसने कोई अच्छा काम किया है, तो उसे और अधिक के लिए अल्लाह से दुआ करनी चाहिए, और यदि उसने कोई पाप किया है, तो उसे अल्लाह से क्षमा मांगनी चाहिए और (पश्चाताप) करना चाहिए।
2)हज़रत इमाम जाफर सादिक अ.स. फरमाया:
अपनी क्षमताओं से फायदा उठाओ, बीमार होने से पहले स्वास्थ्य से,अक्षम होने से पहले अपनी ऊर्जा से, और मरने से पहले अपने जीवन से फायदा उठाओ,
3)हज़रत इमाम जाफर सादिक अ.स. फरमाया:
जब दिन प्रगट होता है, तब वह लोगों से कहता है,
ए आदम के बेटों आज नेकी करो ताकि केयामत के दिन मैं अल्लाह ताला के सामने गवाही दे सकूं,
क्योंकि न तो मैं तुम्हारे पास पूर्व में आया हूं, और न भविष्य में तुम्हारे पास आऊंगा, और जब रात होती है तो वह यही कहती है।
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